अर्जुन चव्हाण वाक्य
उच्चारण: [ arejun chevhaan ]
उदाहरण वाक्य
- अर्जुन चव्हाण, केंद्रीय हिंदी संस्थान के प्रो.
- बीज व्याख्यान शिवाजी विश्वविद्यालय कोल्हापुर के प्रो. अर्जुन चव्हाण ने दिया।
- अर्जुन चव्हाण ने इस बात की ओर इशारा किया भी है.
- इसी क्रम में डॉ. अर्जुन चव्हाण ने दूरस्थ शिक्षा में संचार माध्यमों की उपयोगिता स्थापित की।
- अर्जुन चव्हाण ने कहा कि किसी भी विमर्श की तरह उत्तरआधुनिकता में भी न तो सब कुछ अच्छा है न सब कुछ खराब इसलिए हमें भारतीय संदर्भ को ध्यान में रखते हुए उसकी स्वीकार्य बातों को ग्रहण करना चाहिए।
- अर्जुन चव्हाण ने कहा कि किसी भी विमर्श की तरह उत्तरआधुनिकता में भी न तो सब कुछ अच्छा है न सब कुछ खराब इसलिए हमें भारतीय संदर्भ को ध्यान में रखते हुए उसकी स्वीकार्य बातों को ग्रहण करना चाहिए।
- अर्जुन चव्हाण ने कहा कि किसी भी विमर्श की तरह उत्तरआधुनिकता में भी न तो सब कुछ अच्छा है न सब कुछ खराब इसलिए हमें भारतीय संदर्भ को ध्यान में रखते हुए उसकी स्वीकार्य बातों को ग्रहण करना चाहिए।
- टिप्पणीकार थे-डॉ. गंगा प्रसाद विमल, डॉ. टी. वी. कट्टीमनी, डॉ. टी. मोहन सिंह, डॉ. अर्जुन चव्हाण, डॉ. ऋषभ देव शर्मा और डॉ. हीरालाल बाछोतिया ।
- अर्जुन चव्हाण ने अपने आलेख में जहाँ यह कहा है कि इसमें न तो कोई विचार अंतिम है और न कोई विकास, वहीं यह भी कहा है कि इसका वैध-अवैध से कोई लेना-देना नहीं है तथा उदारीकरण, निजीकरण, पूँजीवाद और उपभोक् तावाद इसके विभिन्न पक्ष हैं।
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